नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर चर्चा के लिए गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने उनके बंगले पर जा रहे शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को वापस लौटा दिया गया है। हालांकि, प्रदर्शनकारियों से कहा गया है कि उन्हें आधिकारिक तौर पर अप्वाइंटमेंट दिया जाएगा। सीएए को लेकर दो दिन पहले एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में अमित शाह ने कहा था कि इसके खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध करना लोगों का अधिकार है। सीएए पर आपत्ति जताने वाले लोग उनसे चर्चा करने आ सकते हैं। उन्होंने कहा था कि चर्चा के लिए तीन दिनों के भीतर समय दिया जाएगा।
वैलेंटाइन डे पर सरकार को संदेश दिया
इससे पहले, शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिलने-बातचीत करने का न्योता दिया था। प्रदर्शनकारियों ने दिल के आकार के पोस्टरों पर लिखा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाहीन बाग आएं, अपना गिफ्ट स्वीकार करें और हमसे बात करें।’’ शाहीन बाग के ट्विटर हैंडल से भी प्रधानमंत्री को मिलने के लिए कहा गया है।
शाहीन बाग में 15 दिसंबर से धरना जारी
शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ 15 दिसंबर से लोग धरने पर बैठे हैं। इनमें काफी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। धरने की वजह से नोएडा और कालिंदी कुंज को जोड़ने वाली सड़क को बंद किया गया है। रास्ता खुलवाने को लेकर अदालत में भी याचिका दायर की जा चुकी है।